परमीशन को मोहन बाजपई व सदर कोतवाल के बीच हुई नोकझोक

परमीशन को लेकर मोहन बाजपेई व सदर कोतवाल के बीच हुई तीखी नोक-झोक
लखीमपुर-खीरी। शिव बारात को लेकर सत्ता और विपक्ष की खीचा तानी खत्म होने का नाम नही ले रही। बारात की परमीशन को लेकर शुरू हुई खीचा तानी अब शिव के गौने और उसकी जनजागरूता तक पंहुच गई है। इसे लेकर बसपा नेता और सदर कोतवाल की तीखी नोक झोक तक हो गई। जिसे लेकर मोहन बाजपेई का आरोप है कि पुलिस सत्ता के दबाव में उनके द्वारा किए जाने वाले भोले बाबा के काम मे भी रूकावट डाल रही है। प्राप्त जानकारी के अनुसार हर बार की तरह इस बार शिव बारात का आयोजन बसपा नेता मोहन बाजपेई से छीन लिया गया। अपने-अपने र्वचस्व को लेकर शुरू हुई सत्ता और विपक्ष की खीच तान के बीच शिव बारात के बाद बसपा नेता ने भगवान भोले नाथ के गौने का आयोजन किया । यह आयोजन 20 फरवरी को होना है जिसे लेकर उन्हें परमीशन भी मिल चुकी है। इस कार्यक्रम को भव्य बनाने के लिए मोहने बाजपेई द्वारा एक जनजागरूकता बाइक रैली के आयोजन की परमीशन उन्होंने मांगी थी। जो उन्हें सत्ता के दबाव मे नही दी गई। मोहन बाजपेई का आरोप है कि 18 फरवरी को होने वाले कार्यक्रम के लिए उन्होने तीन दिन पहले ही परमीशन के लिए लिखित आवेदन किया था लेकिन इसके बावजूद उन्हें परमीशन नही दी गई तय समय पर जब भोलेनाथ के भक्त निर्धारित स्थान पर पंहुचें तो पुलिस ने अपना परमीशन वाला खेल शुरू कर दिया। उन्होंने यह भी बताया कि जब परमीशन कों लेकर कोतवाली पंहुचें तो सदर कोतवाल ने भी उनकी नही सुनी जिसे लेकर दोनों के बीच तीखी नोक झोक भी हुई हालाकि बाद मे एएसपी धनश्यााम चौरसिया से फोन पर हुई बात से हल निकला और उन्हें पैदल जनजागरूकता रैली निकालने की परमीशन मिल सकी। कुल मिलाकर भगवान भोले नाथ को लेकर शुरू हुई राजनीति का अंजाम चाहे जो हो पंरन्तु राजनीति के इस खेल ने शिव भक्तों को जरूर निराश किया है।

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लक्खा के कार्यक्रम की मिल चुकी है परमीशन
लखीमपुर-खीरी।  भगवान शिव के गौने को लेकर मशहूर भजन गायक लखबीर ंिसह लक्खा द्वारा एक भजन संध्या का कार्यक्रम 20 फरवरी की शाम होना है। जिसे लेकर मुबंई की झांकी व कार्यक्रम की परमीशन मिल चुकी है।

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